Maut ka purana हिसाब | Darawni bhoot ki kahani | Horror stories in hindi

 हिंदी हॉरर स्टोरी



कहते हैं आत्मा कभी भी अपनी मौत नहीं भूलती और वो यह भी नहीं भूलती की किस की वजह से उसके मौत हुई थी. माना जाता हैं एक दिन बीते या दस साल आत्मा अपनी मौत का बदला कैसे ना कैसे ले ही लेती हैं और इसी को मौत हिसाब कहते हैं .


आज की यह जो कहानी हैं यह इसी बात का उदहारण हैं की आत्मा अपना बदला कैसे कैसे ले सकती हैं. अभी भी बहुत लोग रोज भूत की कहानियाँ पढ़ते और सुनते तो हैं पर उन्हें भूतों पर विश्वास नहीं होता पर मैं उन्हें यह साफ़ साफ़ बता दू की इस दुनिया में ऐसी बहुत ही चीजे हैं जो हमें अपनी खुली आँखो से दिखाई नहीं देती पर इसका यह मतलब नहीं की वो होती ही नहीं.


दोस्तों आज की यह जो कहानी हैं इसे आप ऊपर स्क्रॉल करके जो ऊपर एक वीडियो दिखाई दे रही हैं उसमे क्लिक कर के पूरी कहानी सुन सकते हैं


यह कहानी काल्पनिक हैं इस कहानी के लेखक हैं रामचंद्र यादव.



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