मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि आज राहुल अपने बर्थडे की पार्टी देने जा रहे हैं. आज वह बीस साल का हो जाएगा, लेकिन उसने आज से पहले कभी अपने बर्थडे की पार्टी नहीं दी थी। लेकिन पता नहीं आज उसे क्या हो गया था, जो वह आज वो अपने बर्थडे की पार्टी देने जा रहा था। खेर छोड़ मुझे क्या मुझे तो बस पार्टी से मतलब है और अब 7 बजने ही वाले हैं और मुझे 7 बजे तक मुझे राहुल के घर पहुंचना है।
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मैं यही सब सोचते हुए उसके घर के पास पहुंचा तो देखा उसके घर के पास बहुत भीड़ थी मैंने सोचा यह सब भी मेरी तरह राहुल से पार्टी लेने आए होंगे। पर मैं थोड़ा आगे और गया तो देखा वो सब रो रहे थे। मुझे यह देखकर बड़ा ही अजीब लग रहा था। क्युकी सबको खुश होना चाहिए था पर सब रो रहे थे तभी मैं वहाँ खड़े एक लड़के से पूछा - अरे भाई यह सब रो क्यों रहे हैं - वो लड़का रोते हुए ही जवाब देता हैं - अरे भाई तुम्हे पता नहीं क्या आज सुबह ही राहुल की मौत हो गई आज ही बिचारे का जन्मदिन था और देखो आज ही के दिन उसके दोस्त ने उसका कत्ल कर दिया। -
मैं उससे बड़े ही हैरानी के साथ बोला - भाई क्या बोल रहा हैं तू मैं अभी एक घंटे पहले ही राहुल से मिला था तब तो वो बिलकुल ठीक था और वो आज अपने बर्थडे की पार्टी भी देने वाला था - मेरी सारी बात सुनकर वो लड़का इस बार थोड़ा गुस्सा करते हुए बोला - कैसी बात कर रहे हो भाई तुम तुम्हे मैंने अभी ही बताया की राहुल को सुबह ही उसके दोस्त ने मर दिया हैं
और वैसे भी राहुल ने आज तक किसी को भी अपने बर्थडे की पार्टी नहीं दी थी ये तो सभी जानते हैं राहुल कितना कंजूस लड़का था मुझे तो लग रहा हैं तुम नशे में हो। - इतना बोलकर वो लड़का वहाँ से चला गया। और मैं भी वहाँ से जाने लगा ही था तभी मेरी नजर विक्की पर पड़ी विक्की थोड़ा डरा हुआ और परेशान सा लग रहा था मैं विक्की के पास गया उससे उसकी परेशानी का कारण पूछने मैंने विक्की के पास आकर कहा - क्या हुआ भाई तू बड़ा ही परेशान सा लग रहा हैं - विक्की पहले तो कुछ नहीं बोला फिर कुछ सोचते हुए बोलता हैं - यार तुझे कैसे बतऊँ तुझे तो पता चल ही गया होगा आज सुबह ही राहुल मर गया हैं पर मुझे वो एक घंटे पहले मिल चूका हैं और वो मुझे अपने बर्थडे की पार्टी के लिए अपने घर आने को बोल गया था और जब मैं उसके घर आया तो पता चला की राहुल तो सुबह ही मर चूका हैं पर वो कौन था जो मुझे मिला था - मैं विक्की की बाते पूरी सुनने के बात उसको बताया की जो सब उसके साथ हुआ हैं वही सब मेरे साथ भी हुआ हैं। हम दोनों यही सोच रहे थे की सब हो क्या रहा हैं।
तभी वहाँ नीरज आया और उसने बताया की उसके साथ भी यही सब हुआ हैं जो हम दोनों के साथ। मतलब राहुल ने नीरज को भी अपनी बर्थडे पार्टी में बुलाया हैं। और उसने यह भी बताया की राहुल को किसने मारा और क्यों मारा। उसने बताया राहुल को विवेक ने मारा क्यूंकि कुछ ही दिन पहले विवेक का बर्थडे था। और राहुल ने विवेक से बहुत खर्चा कराया था और जब अब राहुल का बर्थडे आया और विवेक ने उससे पार्टी मांगी तो राहुल ने उसे पार्टी देने से माना कर दिया। और तुम सबको तो पता ही हैं विवेक कितना गुस्से वाला लड़का हैं और उसने अपने इसी गुस्से में राहुल का क़त्ल कर दिया। - मैं और विक्की नीरज की बात सुनकर बड़े ही हैरानी के बोले - यार पर क्यों इतनी सी बात के लिए क्यों मरेगा कोई ।-
नीरज बात का जवाब इतनी जल्दी देता हैं जैसे वो जानता हो की यह दोनों क्या पूछने वाले थे और उसके पास इसका जवाब पहले से ही रखा हो नीरज जवाब देते हुए बोलता हैं - भाई तुम्हे तो पता ही जब कोई पार्टी लेले पर अपनी बारी आने पर मना कर दे तो कितना गुस्सा आता हैं और इसी गुस्से में विवेक ने राहुल को मार दिया। - हम तीनो बात ही कर रहे थे तभी हमारे पीछे से एक आवाज़ आए - आरे तुम तीनो यहाँ खड़े खड़े क्या कर रहे हो - जिस ओर से आवाज़ आए उससे ही दिशा की ओर जैसे ही हमने देखा तो एक पल को ऐसा लगा जैसे हमारे शरीर में एक साथ लाखो चीटिया छोड़ दी हो।
हमने देखा हमारे सामने राहुल खड़ा था और बोल रहा था - मैं कबसे तुम लोगो का इंतजार कर रहा हूँ - इतना ही बोलकर वो हम तीनो को अपने साथ आने को कह और हम तीनो भी ना चाहते हुए भी उसके साथ जाने लगे थे। वो हम तीनो को विवेक घर लकर गया। जहाँ विवेक का कटा हुआ सर एक केक के जैसे सजा हुआ था उसमे कैंडल की जगह विवेक की कटी हुई ऊँगली लगी थी और तीन चार गिलास में खून भरा रखा था। सायद वो विवेक का ही खून था। यह देखकर हम तीनो के दिल की धड़कन अपनी दुगनी रफ़्तार पर हो गई। हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था की हम यहाँ से कैसे निकले। और तभी ही राहुल ने देखते ही देखते विवेक के सर को एक केक के जैसे कट दिया।
कभी कभी कुछ ऐसी घटना हो जाती हैं जिस पर विश्वास कर पाना मुश्किल हो जाता हैं। कुछ ऐसा ही हम तीनो के साथ उस दिन हुआ था।