पिशाच E-2 || vampire story in hindi || Hindi story my

 


पिशाच एपिसोड 2


अमन की बात सुनकर फिर निकिता ने कहा - चलो अब सही ही दोनों उधर ही जा रहे हैं और दोनों मिलकर की ऑटो को कर लेंगे - फिर अमन ने कहा - हाँ सही तो हैं पर मैंने सुना हैं की वहाँ उस जंगल में आज कल रात में कोई पिशाच खुम रहा हैं - फिर निकिता ने कहा - आपको यह किसने बताया - फिर अमन ने कह - मैंने कई लोगो से सुना हैं - फिर निकिता ने कहा - आप ने कह पिशाच पर पिशाच कभी एक जगह पर नहीं रहते तुमने भूत कहा होता तो मैं एक बार को मान भी लेती पर पिशाच हमेशा दूसरी दूसरी जगहों पर घूमते रहते हैं -

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निकिता की बाते सुनकर फिर अमन ने कहा - भूत और पिशाच एक जैसे ही तो होते हैं क्या फर्क हैं दोनों में दोनों का काम इंसानों को परेशान करना ही हैं - फिर निकिता ने कहा - तुम्हे किसने कह दोनों एक ही हैं बहुत फर्क हैं दोनों में पिशाच कभी इंसानों को परेशान नहीं करते - निकिता की बातों को बीच में ही काटते हुए फिर अमन ने कहा - अब तुम्हे किसने कह की पिशाच कभी इंसनों को परेशान नहीं करते मैंने अपने गाँव में ही सुना था की पिछले साल एक पिशाच ने दो लोगो का खून पीकर उनको मार दिया था - 


फिर निकिता ने कहा - मैंने तुम्हे बताया ना की वो जब तक इंसनों को परेशान नहीं करते जब तक उन्हें प्यास नहीं लगती - फिर अमन ने कहा - मतलब मैं कुछ समझा नहीं - पहले तो निकिता ने अमन की इस बात कोई जवाब नहीं दिया। पर अमन ने जब निकिता से फिर से पूछा की - मतलब वो बस खून ही क्यों पीते हैं - तो फिर निकिता ने कहा - मतलब यह पिशाच हमेशा इंसनों के बीच में ही रहते हैं और एक आम इंसान की तरह उनका दिमाग़ तो जिन्दा होता हैं पर उनका दिल मरा हुआ होता हैं और दिल ही हैं जो खून बनाता हैं और अगर वो खून नहीं पिएंगे तो मर जायेंगे -


फिर अमन ने कहा - यह सब बाते तुम्हे कैसे पता - फिर निकिता ने कहा - मैंने यह सब इंटरनेट पर पढ़ा हैं तो वही मुझे इनके बारे इनता पता चला - उसके बाद अमन ने कह - मेरा एक सवाल और हैं - फिर निकता ने कहा - कौन सवाल - फिर अमन ने कहा - यह पिशाच इंसनों का खून क्यों पीते हैं यह जानवरों का भी तो खून पी सकते हैं - फिर निकिता ने कहा - इंसनों का खून इसलिए पीते हैं ताकी वो जवान रहे और इसलिए क्यूंकि इंसनों खून टेस्टी होता हैं - निकिता की बाते सुनकर अमन, निकिता को अजीब ढंग से देखने लगता हैं।


तभी निकिता ने हँसते हुए कहा - अरे मैं मज़ाक कर रहे थी तुम तो मुझसे ऐसे पूछ रहे थे जैसे मैं ही पिशाचनी हूँ और वो सब मुझसे पूछकर इंसनों का खून पीते हैं - निकिता की बाते सुनकर अब अमन भी थोड़ा सा हँसता हैं फिर अपनी हंसी रोक कर कहता हैं - पर निकिता तुमने कह था की पिशाच इंसनों के बीच में ही रहते हैं पर मैंने तो कभी उन्हें नहीं देखा क्या तुमने देखा हैं - फिर निकिता ने कहa - हाँ और उन्हें तुमने भी देखा होगा पर तुम्हे पता नहीं चला होगा क्यूंकि वो आम इंसनों की तरह ही हमरे बीच में रहते हैं -


निकिता के बगल में बैठे बैठे अमन ने उसकी सारी बाते ध्यान से सुनी फिर कहा - क्या पिशाच हमारी इस बस में भी हो सकते हैं - हाँ बिलकुल हो सकते हैं और ये भी हो सकता हैं की वो तुम्हरे बगल में ही बैठी हो - अमन ने जैसे ही निकिता के मुँह से ये सुना वो फिर से निकिता को घूर ही रहा था। तभी निकिता फिर से हँसने लगी और हँसते हँसते हुए कहा - अरे यार तुम तो बहुत जल्दी डर जाते हो मैं तो मज़ाक कर रही थी - फिर अमन ने कहा - अरे मैं डरा नहीं था मैं बस ये देख रहा था अगर पिशाच इतने सुन्दर होते हैं तो क्या बात हैं - अमन की बात सुनकर निकिता मुस्कुराने लगती हैं।


और फिर उसके बाद दोनों इधर उधर की बाते ही कह रहे थे की तभी बस के कंडक्टर कहा - देहरादून वालो आ जाओ देहरादून आ गया - कंडक्टर की आवाज सुनकर निकिता और अमन ने जैसे ही बस की खिड़की से बाहर देखा तो उनकी बस देहरादून के बस स्टेण्ड पर खड़ी थी। फिर उसके बाद अमन ने कहा - बातों बातों में पता ही नहीं चला हम कब देहरादून पहुंच गए आओ चलो अब किसी ऑटो को ढूंढ़ते हैं - फिर निकिता ने कहा - हाँ चलो - उसके बाद फिर दोनों बस से नीचे उतरते और बाहर आकर इधर उधर ऑटो को देखने लगते हैं।


तभी अमन को एक ऑटो दिख जाता हैं और वो निकिता हैं से कहता हैं - निकिता वो देखो एक ऑटो खड़ा हैं चलो देखते हैं वो जायेगा या नहीं क्यूंकि रात भी बहुत हो गई हैं - इतना बोलकर निकिता और अमन ऑटो के पास जाने लगते हैं। और अमन ये इसलिए बोल रहा था की ऑटो जाएगा या नहीं क्युकी उन्हें जहाँ जाना था वो पूरी जंगल वाली जगह थी और ऊपर से रात भी बहुत हो गई थी रात के लगभग 1 बज रहे होंगे। उसके अमन और निकता ऑटो के पास जाते और अमन ऑटो वाले से बोलता हैं - हाँ भैया खाली हो -


अमन की बात सुनकर वो ऑटो वाला बोलता हैं - हाँ भैया जी खाली हैं तभी तो यहाँ खड़े हैं हाँ बताओ कहाँ जाना हैं - फिर अमन बोलता हैं - भैया जी थानो जाना - अमन के इनता बोलते हैं ऑटो वाले ने कहा - ना भैया जी मैं उधर नहीं जाऊंगा इस समय - फिर अमन ने कहा - क्या हो गया भैया जी आप डरते हो क्या अरे डरो मत हम हैं ना आपके साथ - अमन की बात सुनकर ऑटो वाला बोला - अरे भैया जी वो पूरा जंगल हैं और इस समय कई बार जंगली जानवर सड़क पर आ जाते हैं इसलिए भैया मैं नहीं जाऊंगा -


ऑटो वाले के मना करने के बाद निकिता ने अमन से कहा - तुम पिछे हटो मुझे बात करने दो - उसके अमन थोड़ा सा पिछे हुआ और बोला - हाँ मैं भी देखता हूँ तुम कौन सा तीर मार लोगी - उसके बाद निकिता ने ऑटो वाले से कहा - भैया हम आपको वहाँ का जितना भी किराया होगा उसका डबल दे देंगे प्लीज भैया जी - निकिता की बात सुनकर फिर ऑटो वाले ने थोड़ा सोचा और कहा - ठीक हैं बैठ जाओ - अमन ने जैसे ही सुना की ऑटो वाला जाने को त्यार हो गया हैं फिर उसने ऑटो वाले से कहा - क्या बात हैं भैया जी लड़की ने कह तो एक ही बार में मान गए और इतनी देर से जब में बोल रहा था तब तो मना कर रहे थे -


फिर निकिता ने अमन की बात बीच में रोकते हुए ऑटो वाले से कहा - वैसे भैया हम कितने बजे तक वहाँ पहुंच जाएंगे - फिर ऑटो वाले ने कहा - मैडम तुम लोग अभी ऑटो में बैठ जाओगे तो 2 बजे तक पहुंच जाएंगे पर ये भैया ऐसे ही बाते करते रहेंगे तो मुझे लगता हैं यही पर 3 या 4 चार तो बज ही जाएंगे - फिर अमन ने कहा - सुना तुमने निकिता ये ऑटो वाले भैया क्या बोल रहे की तुम ऐसे ही बाते करती रहोगी तो हमें यही सुबह हो जाएगी इसलिए जल्दी बैठो ऑटो में - अमन की बात सुनकर निकिता ने थोड़ा सा हँसते हुए कहा - हाँ महाराज माफ कर दो मुझे और अब ऑटो में बैठ जाओ -


फिर उसके बाद निकिता और अमन ऑटो ने बैठ जाते हैं। फिर ऑटो वाला अपना ऑटो स्टार्ट करता हैं और थानो के तरफ ऑटो मूड कर अपना ऑटो भागने लगता हैं। अँधेरी रात में और खाली सड़क वो ऑटो भागा चला जा रहा था तभी अमन ने ऑटो वाले से कहा - 

इसके आगे की कहानी अब अगले एपिसोड में हैं।


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इस कहानी के लेखक हैं - शिव
इस कहानी में आवाज दी हैं - प्रियंका यादव


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