साया डायन का E-10
तभी फिर लोकेश ने कहा - पर मुझे अभी तक यह समझ नहीं आ रहा हैं की इस बार इस डायन ने बिर्जेश की लाश के आगे यह क्यों लिखा हुआ हैं की खत्म होगा इंतजार अब होगा बदला पूरा इसका क्या मतलब हो सकता हैं कही उस डायन को किसी से बदला तो नहीं लेना - लोकेश के इतना बोलने के बाद भी अवनीत और रजत उसकी बात का कोई जवाब नहीं देते क्यूंकि उन्हें तो पता था ही की उस डायन को किससे बदला लेना हैं पर वो दोनों यही सोच रहे थे की लोकेश को वो सारी बाते बताना सही होगा या नहीं।
फिर तभी इन दोनों को ऐसे चुप देख फिर लोकेश ने कहा - क्यों दोस्तों तुम्हे क्या लगता हैं मुझे तो यह गलता हैं इस डायन कोट में अब तक जितनी भी मौते हुए हैं उसके पिछे कोई रहस्य छुपा हैं अगर उस रहस्य का पता चल जाए तो क्या पता फिर कभी इस डायन कोट में किसी की मौत ना हो तुम दोनों क्या बोलते हो जो मुझे लग रहा हैं वो सही हैं या नहीं - फिर रजत बोलता हैं - पता नहीं भाई कुछ कह नहीं सकते -
फिर लोकेश बोलता हैं - पर मुझे तो यही लगता हैं - लोकेश अपनी बात बोल ही रहा था तभी उसकी बात बीच में ही काटते हुए अवनीत ने कहा - वैसे भाई यहाँ सबसे पहले बिर्जेश की लाश किसने देखी थी क्यूंकि अभी तो सुबह के 7 ही बज रहे और जिसने भी बिर्जेश की लाश सबसे पहले देखी होगी वो यहाँ लगभग दो घंटे पहले तो यहाँ आया ही होगा यानी सुबह के लगभग 5 बजे पर कोई इतनी सुबह यहाँ आएगा क्यों क्यूंकि सुबह 5 बजे काफ़ी अंधेरा होता हैं और कोई भी इस रास्ते से अँधेरे में जाने में डरता हैं -
फिर तभी एकदम रजत ने कहा - पर भाई तू इतना कॉन्फिडेंस से कैसे बोल सकता हैं की जो भी यहाँ पहले आया होगा वो दो ही घंटे पहले आया होगा वो एक घंटे पहले भी तो आ सकता हैं - फिर अवनीत ने समझाते हुए कहा - क्यूंकि भाई यह डायन कोट गाँव से काफ़ी दूर हैं पर यहाँ अभी 7 बजे ही इतनी भीड़ हैं और इतने सारे लोगो तक यह खबर पहुंचने में कम से कम एक घंटे से ज्यादा का समय तो लगे गा ही और हमारे पास भी लोकेश का फ़ोन साडे 6 बजे के आस पास ही आया था तो इसका साफ़ मतलब यही हैं की जो भी यहाँ सबसे पहले आया था वो 5 बजे के पास ही यहाँ आया होगा -
फिर अवनीत की सारी बात सुनने बाद रजत ने कहा - वैसे लोकेश तुझे किसने बताया था की बिर्जेश को डायन ने मार दिया हैं - फिर लोकेश ने कहा - क्या मतलब तुम यह तो नहीं कहना चाहते की बिर्जेश को डायन ने नहीं मारा बल्कि किसी इंसान ने मारा हैं - फिर अवनीत ने कहा - ना हम वो नहीं कहना चाहते - फिर एकदम से लोकेश ने कहा - तो क्या कहना चाहते हो तुम दोनों मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा - फिर अवनीत ने कहा - मैं यह कहना चाह रहा हूँ की अभी तक उसने बिर्जेश नहीं मारा था पर उसने आज अचानक उसे मार दिया मतलब यही की पहले जो उसे बिर्जेश से काम था कही अब वही काम करने के लिए उसे कोई दूसरा इंसान तो नहीं मिल गया -
फिर लोकेश ने कहा - पर उसे बिर्जेश से क्या काम रहा होगा - फिर अवनीत ने कहा - देख उसने बिर्जेश की लाश के आगे क्या लिखा हैं पर वो डायन यहाँ से कही नहीं जा सकती यानी उसे जिसका भी उसे इंतजार हैं उसे यहाँ तक लाने में उसे किसी ना किसी की मदद की जरूरत तो जरूर पड़ेगी - अवनीत की सारी बात सुनने के बाद फिर लोकेश ने कहा - तो इसका मतलब यह भी तो हो सकता हैं की जैसे उसने बिर्जेश की जान ली वैसे ही क्या पता वो अब उस इंसान की भी जान लेले जो उसे अब बिर्जेश की जगह मिला हैं -
फिर तभी रजत ने कहा - हाँ भाई हो सकता हैं तभी तो हम यह पूछ रहे हैं की वो कौन था जिसने सबसे पहले बिर्जेश की लाश देखी थी वैसे तुने अभी तक नहीं बताया की तुझे किसने बताया था की बिर्जेश की लाश यहाँ पड़ी हैं - रजत की बात का जवाब देते हुए फिर लोकेश ने कहा - मुझे तो राहुल ने फ़ोन करके बताया की डायन ने आज बिर्जेश को मार दिया हैं - फिर लोकेश की बात खत्म होते ही तुरंत अवनीत ने कहा - कौन वही राहुल जिसने बिर्जेश से डायन कोट जाने की शर्त लगाई थी।
अब इसके आगे की कहानी अगले एपिसोड में हैं.
